जिला तैराकी संघ एवं जिला ट्रायथलान संघ की संयुक्त बैठक पीडब्लूडी निरीक्षण भवन के कॉन्फ्रेंस हाल में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रभुनाथ विश्वकर्मा ने की।
बैठक में जिला तैराकी संघ के नवीनीकरण एवं जिला ट्रायथलान संघ के पदाधिकारियों का मनोनयन पूर्व पदाधिकारियों एवं खिलाड़ियों द्वारा सुझाये गए नामों के आधार पर किया गया। जिसमें जिला तैराकी संघ के संरक्षक गोपाल कृष्ण सिंह, अध्यक्ष गंगतेश्वर सिंह, सचिव देवानंद भारती एवं कोषाध्यक्ष संजीव कुमार दूबे, उपाध्यक्ष विवेकानंद शर्मा, उपसचिव नीरज शर्मा को पुनः जिम्मेदारी दी गई।
जबकि नये सदस्यों में उपाध्यक्ष पद पर अरविन्द गुप्ता, डॉ रणधीर सिंह, डॉ शिल्पी श्रीवास्तव, डॉ श्रीकांत सिंह, उपसचिव पर जावेद आलम, परमानन्द, राज रोहित सैनी एवं एग्जीक्यूटिव सदस्य के रूप में निशेष गुप्ता, नित्यानंद मणि, सुनील कुमार गुप्ता, ऋषिकांत मणि, अंकित चतुर्वेदी, निखिल मिश्र, संध्या गुप्ता जी का मनोनयन हुआ।
जिला ट्रायथलान संघ के संरक्षक प्रभुनाथ विश्वकर्मा, अध्यक्ष देवानंद भारती, सचिव गंगतेश्वर सिंह, कोषाध्यक्ष रामेश्वर यादव का मनोनयन हुआ। वही उपाध्यक्ष पद पर संजीव दूबे, अदालत यादव, डॉ डी सी गुप्ता, सत्य प्रकाश जायसवाल, आनंद शर्मा, उपसचिव नीरज शर्मा, विवेकानंद शर्मा, अरविन्द गुप्ता, अजीत कुमार सिंह एवं एग्जीक्यूटिव सदस्यों में संध्या गुप्ता, प्रदीप कुमार सिंह, ऋषिकांत मणि त्रिपाठी, सत्य प्रकाश शर्मा, हेमंत कुमार, निखिल मिश्र, राजन पासवान का मनोनयन हुआ।
संघ के उदेश्य एवं रुपरेखा पर चर्चा करते हुए सचिव देवानंद भारती ने बताया कि जनपद में तैराकी 2011 से शुरू हुआ। उस समय खिलाड़ी नहीं मिलते थे जबकि आज प्रदेश स्तर ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत रहे है। तैराकी संघ का मुख्य उद्देश्य जनपद स्तर से तैराकी के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने में मदद करने को है। जिससे जनपद के खिलाड़ी प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर और बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए मेडल प्राप्त करते रहे। इसके पूर्व अध्यक्ष गंगतेश्वर सिंह ने सभी पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की। तत्पश्चात उन्होंने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों से कहा कि आप सभी अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से करें। जिससे जनपद के खिलाड़ियों का नाम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करते हुए मेडल प्राप्त करे।
सभी पदाधिकारियों को परिचय पत्र एवं मनोनयन पत्र भी सौंपा गया। सभी पदाधिकारियों का मनोनयन 3 वर्ष के लिया किया गया।