जब कोई युवा अपने जीवन में वर्दी पहनने का सपना लेकर निकलता है, तो उसके कदम सिर्फ आगे बढ़ने के लिए नहीं होते, बल्कि समाज की सेवा और देश की रक्षा के मजबूत इरादे भी उनमें छिपे होते हैं। देवरिया पुलिस लाइन में हाल ही में ऐसे ही जोश और जज़्बे से भरे नए पुलिस अभ्यर्थियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इन नव आरक्षियों के आगमन ने न सिर्फ पुलिस बल को नई ताकत दी, बल्कि पूरे परिसर में एक नई ऊर्जा का संचार भी कर दिया।

व्यवस्थाओं का हुआ संपूर्ण निरीक्षण
पुलिस अधीक्षक देवरिया श्री विक्रान्त वीर ने स्वयं पुलिस लाइन का दौरा कर हर एक व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि नए आरक्षियों को उनके प्रशिक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। बैरकों की स्वच्छता, पीने का साफ पानी, शौचालयों की सफाई, प्रकाश और रहने की उचित व्यवस्था जैसी तमाम सुविधाओं की गहराई से जांच की गई। साथ ही भोजन की गुणवत्ता को लेकर भी विशेष ध्यान दिया गया, ताकि हर नव आरक्षक को एक सम्मानजनक और स्वस्थ माहौल मिल सके।

नव आरक्षियों से आत्मीय संवाद
निरीक्षण के बाद पुलिस अधीक्षक महोदय ने नए आरक्षियों से सीधा संवाद भी किया। यह बातचीत सिर्फ औपचारिक नहीं थी, बल्कि एक बड़े भाई, एक मार्गदर्शक और एक प्रेरक की तरह उन्होंने अभ्यर्थियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का यह समय केवल एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि उनके पूरे पुलिस जीवन की नींव है। जो अनुशासन, समर्पण और मेहनत वे आज दिखाएंगे, वही आगे चलकर उन्हें एक सशक्त और जनसेवक पुलिसकर्मी बनाएगा।
एसपी महोदय के प्रेरणादायक शब्दों ने युवाओं में आत्मविश्वास की एक नई लहर पैदा कर दी। उन्होंने युवाओं को अनुशासित जीवनशैली अपनाने, प्रशिक्षण को गंभीरता से लेने और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने की सीख दी।

एक नई शुरुआत, एक मजबूत भविष्य
देवरिया पुलिस लाइन में यह शुरुआत केवल एक बैच के आगमन की नहीं थी, यह शुरुआत थी विश्वास, व्यवस्था और नेतृत्व की एक नई कहानी की। एसपी विक्रान्त वीर के नेतृत्व में जिस तरह से व्यवस्थाओं को संवारकर, युवाओं का उत्साह बढ़ाया गया, वह पूरे प्रदेश के लिए एक मिसाल है। यह सिर्फ प्रशिक्षण नहीं, बल्कि एक ऐसे भविष्य की नींव है जिसमें सेवा, सुरक्षा और सम्मान की भावना कूट-कूट कर भरी होगी।