नई दिल्ली। अगर आप एक जुलाई या उसके बाद ट्रेन में सफर करने जा रहे हैं, तो ज़रा ध्यान दीजिए। रेलवे ने लंबी दूरी की यात्राओं के लिए किराये में मामूली बढ़ोतरी का ऐलान किया है। इस फैसले से एसी और नॉन-एसी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों की जेब थोड़ी ढीली जरूर होगी, लेकिन उपनगरीय यात्रियों को बड़ी राहत भी दी गई है।
रेलवे के नए संशोधित किराया ढांचे के मुताबिक, नॉन-एसी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में सफर करने वालों से अब प्रति किलोमीटर एक पैसा ज्यादा लिया जाएगा। इसका मतलब ये हुआ कि अगर आप 1000 किलोमीटर की यात्रा कर रहे हैं, तो अब आपको 10 रुपये अधिक देने होंगे।
वहीं, वातानुकूलित (एसी) डिब्बों में सफर करने वाले यात्रियों को प्रति किलोमीटर दो पैसे अतिरिक्त चुकाने होंगे, यानी 1000 किलोमीटर की यात्रा पर अब 20 रुपये ज्यादा लगेंगे।
कौन से यात्री नहीं होंगे प्रभावित?
खुशखबरी ये है कि रेलवे की यह किराया वृद्धि सभी यात्रियों के लिए नहीं है।
उपनगरीय ट्रेनों, यानी मुंबई लोकल या कोलकाता की उपनगरीय सेवाओं से रोजाना आने-जाने वाले यात्रियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
मासिक सीजन टिकट (MST) लेने वाले छात्रों, दफ्तर जाने वालों आदि के लिए किराया जस का तस रहेगा।
वहीं, जो यात्री सामान्य द्वितीय श्रेणी में 500 किलोमीटर तक की यात्रा करेंगे, उन्हें भी बढ़े हुए किराये से राहत मिलेगी।
हां, अगर आप सामान्य श्रेणी में 500 किमी से अधिक की यात्रा करते हैं तो प्रति किमी आधा पैसा ज्यादा देना होगा। मतलब 1000 किमी पर कुल 2.5 रुपये की बढ़ोतरी होगी।
क्यों बढ़ाया गया किराया?
रेलवे की माने तो 2020 के बाद पहली बार किराया बढ़ाया गया है। पिछले पांच सालों में ईंधन, रख-रखाव और संचालन लागत में काफी इजाफा हुआ है। यह बढ़ोतरी उसी अंतर को भरने की दिशा में एक संतुलित प्रयास है, जिससे यात्रियों पर सीधा बोझ भी ना पड़े और रेलवे की सेवा गुणवत्ता भी बनी रहे।
तत्काल टिकट बुकिंग के नियम भी बदले
रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग के नियमों में भी बदलाव किया है।
एक जुलाई से तत्काल टिकट बुक करने के लिए आधार सत्यापन अनिवार्य होगा। यानी आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप से बुकिंग करते समय आपका आधार कार्ड लिंक होना चाहिए।
और 15 जुलाई से, टिकट बुकिंग के वक्त आधार आधारित OTP वेरिफिकेशन भी जरूरी हो जाएगा।
निष्कर्ष
रेलवे का ये किराया संशोधन एक तरफ जहां परिचालन लागत और सेवाओं की गुणवत्ता को संतुलित करने की दिशा में कदम है, वहीं दूसरी ओर आम दैनिक यात्रियों की सहूलियत का भी पूरा ध्यान रखा गया है। यदि आप नियमित यात्री हैं और MST या लोकल से सफर करते हैं, तो आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं। लेकिन लंबी दूरी के टिकट अब कुछ रुपये महंगे ज़रूर होंगे।