भटनी, देवरिया |
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित विद्यालय मर्जर नीति के विरोध में आज भटनी विकासखंड में एक अहम बैठक आयोजित की गई। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ (उ.प्र.प्रा.शि.सं.) की भटनी इकाई के तत्वावधान में यह बैठक उच्च प्राथमिक विद्यालय, हतवा बाजार में सम्पन्न हुई, जिसमें मर्जर से प्रभावित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, ग्राम प्रधान व विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्षों ने भाग लिया।
बैठक का नेतृत्व व आयोजन
यह बैठक प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चन्द्र शर्मा के आह्वान पर और देवरिया जिलाध्यक्ष श्री शैलेन्द्र सिंह के निर्देशानुसार, ब्लॉक अध्यक्ष ओम प्रकाश शुक्ल के नेतृत्व में आयोजित हुई।
🔸 अध्यक्षता: ग्राम पंचायत सवरेजी के प्रधान प्रतिनिधि श्री दुर्गा प्रसाद गुप्त
🔸 संचालन: संघर्ष समिति अध्यक्ष कुंवर अजित सिंह यादव
शिक्षकों ने मर्जर नीति को बताया जनविरोधी
ब्लॉक अध्यक्ष ओम प्रकाश शुक्ल ने अपने संबोधन में कहा:
“50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों का मर्जर शिक्षकों की नियुक्तियों के साथ-साथ गरीब व दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों की शिक्षा को भी प्रभावित करेगा। छोटे बच्चों के लिए दूर के विद्यालयों तक पहुँचना संभव नहीं है, यह नीति पूर्णतः अव्यावहारिक है।”
जनप्रतिनिधियों व वक्ताओं का विरोध
बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष त्रिगुणानंद तिवारी, ज्ञान प्रकाश तिवारी, अरुण कुमार, प्रमोद कुमार, राजीव रंजन, मधुकर सिंह, रमेश रंजन, माया देवी, पुष्पांजलि, ममता, सुरेश यादव आदि वक्ताओं ने मर्जर नीति का जोरदार विरोध किया और सरकार से इस निर्णय को वापस लेने की मांग की।
सौंपा गया लिखित असहमति पत्र
ग्राम प्रधानों व विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्षों ने सरकार को संबोधित लिखित असहमति पत्र सौंपते हुए साफ शब्दों में कहा कि वे किसी भी कीमत पर अपने गांव के विद्यालयों को बंद नहीं होने देंगे।
प्रमुख लोग रहे उपस्थित
बैठक में रामनिवास गुप्ता, बीरेंद्र मणि, विजय यादव, संजीव, रामप्रसाद, चंद्र भूषण मिश्र, विमलेश, मदन मोहन तिवारी सहित अनेक शिक्षक, अभिभावक व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।