देवरिया
देवरिया जनपद में किसान दिवस का आयोजन गांधी सभागार, विकास भवन में जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। यह आयोजन न केवल किसानों की समस्याओं को सुनने बल्कि उनके त्वरित समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुआ।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि जनपद में यूरिया एवं डीएपी की कोई कमी नहीं है, और यदि कोई विक्रेता कालाबाजारी अथवा टैगिंग जैसे कृत्य में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे आगामी किसान दिवस में अपनी समस्याएं लिखित रूप में लेकर आएं, जिससे अधिकारियों द्वारा तत्काल समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
समस्याएं और समाधान की प्रक्रिया रही प्रभावशाली
कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक ने पूर्व में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की जानकारी साझा की। इसी क्रम में गौरीबाजार के किसानों द्वारा बीज भंडार पर आधार कार्ड जांच में विकास खंड की गलत प्रविष्टि की समस्या बताई गई, जिस पर उन्हें समाधान हेतु बीज भंडार से प्रविष्टि सुधार कराने की सलाह दी गई।
सिंचाई और बिजली की ज्वलंत समस्याएं उठीं प्रमुखता से
भारतीय किसान यूनियन के विनय सिंह ने बारिश की कमी और खराब ट्यूबवेल की समस्या उजागर की, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता (नलकूप) को सभी नलकूपों की मरम्मत प्राथमिकता के आधार पर कराने के निर्देश दिए।
बिजली की ओवरलोडिंग से ट्रांसफार्मर जलने की समस्या पर जिलाध्यक्ष गिरीश चन्द्र शाही ने आवाज़ उठाई। जिलाधिकारी ने इस पर विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि नए ट्रांसफॉर्मर लगाने की प्रक्रिया तेज की जाए, और सीयूजी कॉल न उठाने वाले अभियंताओं पर सख्त चेतावनी दी जाए।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में सुधार पर भी जोर
विनय सिंह ने निजी नलकूप कनेक्शन हेतु ऑनलाइन आवेदन पर रिपोर्ट में देरी का मुद्दा उठाया, जिस पर जिलाधिकारी ने 15 दिन के भीतर रिपोर्ट अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने और समय से बिजली कनेक्शन देने के निर्देश दिए।
नहरों की कटाई से सिंचाई बाधित
नहरों में पानी न पहुंचने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने गंभीर नाराजगी जाहिर करते हुए दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने और पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए।
गन्ना किसानों के बकाया भुगतान पर सख्ती
जिला गन्ना अधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रतापपुर चीनी मिल ने केवल 42% भुगतान किया है, जिस पर जिलाधिकारी ने आरसी जारी करने के आदेश दिए।
कई अधिकारी और किसान नेता रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पाण्डेय, मुख्य राजस्व अधिकारी, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, अधिशासी अभियंता (नहर, विद्युत, नलकूप), भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी और कई प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे। किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए समाधान की दिशा में यह बैठक अत्यंत प्रभावशाली रही।