देवरिया जनपद के बरियारपुर क्षेत्र के बरूवाडीह गांव के रामज्ञानी प्रजापति पुत्र धनपाल प्रजापति की 31 जुलाई को एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। यह खबर जैसे ही गांव में फैली, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। वह एक ईमानदार और मेहनती वाहन चालक थे, जिनकी असमय मृत्यु से न केवल उनके परिवार, बल्कि गांव के हर व्यक्ति को गहरा आघात पहुंचा।
संवेदना से भरी जिलाधिकारी की मानवीय पहल

2 अगस्त को जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल बरूवाडीह गांव पहुंचीं और दिवंगत रामज्ञानी प्रजापति के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की। यह केवल एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि एक सच्ची इंसानियत का उदाहरण था। उन्होंने परिजनों का हालचाल जाना, उनका दुख साझा किया और अपने व्यवहार से यह एहसास कराया कि जिला प्रशासन हर परिस्थिति में आम जनमानस के साथ खड़ा है।
शासन स्तर से मिलने वाली सहायता का आश्वासन

जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शासन द्वारा जो भी सहायता पीड़ित परिवार को मिल सकती है, उसे प्राथमिकता से उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही प्रशासन की ओर से हर संभव मदद देने का वादा भी उन्होंने किया। इस मौके पर एसडीएम सदर, सीओ सदर, तहसीलदार सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे, जिन्होंने भी परिजनों को हर कदम पर साथ देने का भरोसा दिलाया।

इंसानियत की मिसाल बना प्रशासन
यह पूरी घटना सिर्फ एक दुखद हादसे की रिपोर्टिंग नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि प्रशासन जब संवेदना के साथ काम करता है, तो वह आम जनमानस के दिलों में एक अलग विश्वास जगाता है। श्रीमती दिव्या मित्तल का यह कदम उसी भरोसे की एक मजबूत मिसाल है।
दिवंगत रामज्ञानी प्रजापति को हम सभी की ओर से श्रद्धांजलि और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना।