देवरिया जिले के भटनी थाना क्षेत्र के चांदपाली गांव में बुधवार सुबह का नजारा ऐसा था, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। सुबह टहलने निकले ग्रामीणों ने जब खेत में एक शिक्षक का अर्धनग्न शव देखा, तो उनके कदम थम गए। कुछ ही देर में यह खबर पूरे गांव और आसपास के इलाके में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते घटनास्थल पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
संदिग्ध हालात में मिला शव
मृतक की पहचान खुखुंदू थाना क्षेत्र के परासिया अभिलाष निवासी 50 वर्षीय आकाश प्रताप सिंह के रूप में हुई, जो एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक थे। ग्रामीणों के मुताबिक, शव अर्धनग्न अवस्था में था। मृतक के शरीर से शर्ट और बनियान गायब थे, जबकि शर्ट लगभग 50 मीटर दूर पड़ी मिली। यह परिस्थिति खुद-ब-खुद कई सवाल खड़े कर रही है और प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका को बल दे रही है। पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर फॉरेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य जुटाए।
ग्रामीणों में दहशत और अटकलें
गांव में अचानक शव मिलने की खबर से लोगों में भय का माहौल बन गया। कहीं पर लोग पुरानी रंजिश की बात कर रहे थे, तो कहीं लूट की संभावना जताई जा रही थी। परंतु सभी के दिल में यह सवाल जरूर था कि समाज में सम्मानित और पढ़ाई से जुड़ी शख्सियत को इस तरह क्यों और कैसे मौत के घाट उतारा गया। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरी चिंता और असुरक्षा की भावना देखने को मिली।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
आकाश प्रताप सिंह की मौत की खबर जैसे ही परिवार तक पहुंची, घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हर किसी के चेहरे पर अविश्वास साफ झलक रहा है कि परिवार के सहारे रहे शिक्षक अचानक इतनी दर्दनाक मौत का शिकार हो गए। गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई और लोग इस क्षति को अपूरणीय मान रहे हैं। परिजनों ने साफ शब्दों में कहा है कि यह हत्या है और पुलिस से दोषियों की पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस की जांच और अगला कदम
भटनी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल हत्या, लूट और व्यक्तिगत रंजिश समेत हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारी भी पूरे प्रकरण पर नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही घटना की गुत्थी सुलझाने का दावा कर रहे हैं।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है बल्कि समाज को भी यह सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर इंसानियत किस दिशा में जा रही है। एक शिक्षक, जो पूरे जीवन बच्चों को पढ़ाने और समाज को संवारने में लगा रहा, उसकी इस तरह की दर्दनाक मौत ने सबको अंदर तक झकझोर दिया है।