भटनी (देवरिया), उत्तर प्रदेश
श्रावण मास के पावन अवसर पर देवरिया जनपद के भटनी क्षेत्र स्थित बाबा जंगली नाथ मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है। गंडक नदी के किनारे, भटनी से 5 किलोमीटर पूर्व बनकटा तिवारी गांव के पास स्थित यह प्राचीन शिवधाम श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ आकर्षित कर रहा है।
ऐतिहासिक महत्व
करीब तीन सौ वर्ष पूर्व, गांव के चरवाहों को जंगल में एक दिव्य शिवलिंग प्राप्त हुआ था। इसके पश्चात ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना आरंभ की और कालांतर में यह स्थल एक भव्य मंदिर के रूप में विकसित हुआ।
स्थानीय विद्वान पंडित नंदेश्वर शास्त्री के अनुसार, बाबा जंगली नाथ अपने भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं।

श्रद्धा का संगम
श्रावण मास के दौरान प्रतिदिन घाटी, इमिलिया, मायापुर, अमवा, कुरमौटा घुरी, पिपरा विठल, लक्ष्मीपुर, मोतीपुर, खैराट, धर्मखोर बाबू और रानीघाट सहित दर्जनों गांवों से श्रद्धालु दर्शन और जलाभिषेक के लिए यहां पहुंच रहे हैं।
विशेष आयोजन
श्रावण के प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को मंदिर परिसर में विशेष पूजन, भंडारे और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। इन दिनों मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रहती है।

प्रशासन की व्यवस्था
श्रावण में उमड़ रही भीड़ को सुचारु रूप से नियंत्रित करने हेतु भटनी पुलिस की विशेष तैनाती की गई है। वहीं, ग्राम प्रधान विशाल यादव के साथ हर्ष पाण्डेय, राजू शुक्ला, राजन पाण्डेय, मनीष पाण्डेय, अजय यादव, विजय यादव, रामचंद्र यादव, रामाश्रय चौहान और विनय यादव मेले की व्यवस्थाओं में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
श्रद्धालु “हर-हर महादेव” के जयघोष के साथ बाबा जंगली नाथ की जय-जयकार करते हुए आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।