देवरिया।
प्रदेश सरकार द्वारा 50 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को पास के अन्य विद्यालयों में विलय किए जाने के निर्णय के खिलाफ अब शिक्षक संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की जनपद इकाई देवरिया द्वारा जिला संयोजक जय शिव प्रताप चंद के नेतृत्व में बीएसए कार्यालय पहुंचकर विरोध जताया गया।
महासंघ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मुलाकात कर स्पष्ट कहा कि जब तक शासन स्तर से इस विषय पर कोई ठोस और अंतिम निर्णय नहीं आ जाता, तब तक जनपद स्तर पर विद्यालय विलय के आदेशों को लागू न किया जाए। संघ ने चेतावनी दी कि यदि जबरन विलय का प्रयास हुआ या किसी शिक्षक का उत्पीड़न हुआ तो संगठन सख्त कदम उठाएगा।
जय शिव प्रताप चंद ने कहा कि विभाग पहले से मौजूद समस्याओं की अनदेखी कर रहा है और उल्टे तानाशाही व अव्यावहारिक आदेशों से स्कूलों की व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि स्थिति नहीं सुधरी तो महासंघ को धरना, प्रदर्शन और आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
संगठन ने जिले की सभी ब्लॉक इकाइयों को खंड शिक्षा अधिकारियों को ज्ञापन देने के निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही जनपद के शिक्षकों से अपील की गई है कि वे संघर्ष के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें।
इस दौरान सहसंयोजक विवेक मिश्रा, अशोक तिवारी, आशुतोष चतुर्वेदी, प्रमोद कुशवाहा, अभिषेक जायसवाल, सत्यप्रकाश त्रिपाठी, आशुतोष मिश्रा, रजनीकांत त्रिपाठी, शिखर त्रिपाठी, आशुतोष नाथ तिवारी और वागीश मिश्रा सहित संगठन के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे