पटना – बिहार सरकार के शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव (ACS) के पद पर तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. एस. सिद्धार्थ ने प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 17 जुलाई को सरकार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए आवेदन सौंपा है। मुख्यमंत्री सचिवालय के सूत्रों की मानें तो उनका आवेदन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंच चुका है और जैसे ही स्वीकृति मिलेगी, इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।
राजनीति में नई पारी की शुरुआत
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, डॉ. सिद्धार्थ अब राजनीति में कदम रखने जा रहे हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वे जनता दल यूनाइटेड (JDU) के टिकट पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। उनका राजनीतिक करियर नवादा जिले से शुरू हो सकता है। वे नवादा का दो बार दौरा कर चुके हैं और हाल ही में एक सरकारी स्कूल के निरीक्षण के दौरान छात्रों के साथ लिट्टी-चोखा बनाते भी देखे गए थे। यह उनकी जमीनी पकड़ और जनता से सीधे संवाद की शैली को दर्शाता है।
अगर VRS नामंज़ूर हुआ तो…
यदि राज्य सरकार द्वारा VRS को स्वीकृति नहीं मिलती है, तो डॉ. सिद्धार्थ को इस वर्ष नवंबर में होने वाली नियमित सेवानिवृत्ति तक इंतजार करना पड़ सकता है। वैकल्पिक रूप से, वे केन्द्रीय प्रशासनिक अधिकरण (CAT) का भी रुख कर सकते हैं।
कौन हैं डॉ. एस. सिद्धार्थ?
डॉ. एस. सिद्धार्थ बिहार कैडर के एक तेज़तर्रार, बेदाग और जनता के बीच लोकप्रिय आईएएस अधिकारी हैं। वे शिक्षा, योजना और वित्त जैसे अहम विभागों में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। नवादा जिले से उनका खास जुड़ाव माना जाता है, जहां से अब उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत मानी जा रही है।