नवरात्रि के पावन अवसर पर जब हर घर में खुशियों और उमंग का माहौल है, ऐसे समय में सरकार ने भी आम जनता को राहत का तोहफ़ा दिया है। देवरिया में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री ने नए GST सुधारों की जानकारी दी और कहा कि ये बदलाव सीधे लोगों की जेब को राहत देंगे।
मंत्री ने बताया कि 22 सितंबर से लागू हुए इन सुधारों का असर रोज़मर्रा की ज़रूरतों पर साफ दिखने लगा है। किराने का सामान और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर लगभग 13 प्रतिशत तक की बचत होगी। यानी अब घर-गृहस्थी की चीज़ें पहले से सस्ती मिलेंगी। इसके साथ ही छोटी कार खरीदने वाले उपभोक्ताओं को लगभग 70,000 रुपए तक की राहत मिलेगी, जो आम मध्यमवर्गीय परिवार के लिए बड़ी ख़ुशी की बात है।
स्टेशनरी, कपड़े, जूते और दवाइयों जैसी ज़रूरी वस्तुओं पर भी 7 से 12 प्रतिशत तक की बचत मिलने जा रही है। इससे पढ़ाई कर रहे बच्चों के माता-पिता हों या फिर रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी करने वाले लोग – सभी को सीधा लाभ महसूस होगा। लेकिन सबसे बड़ी राहत स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसियों पर दी गई है। अब इन पर GST पूरी तरह से हटा दिया गया है, जिससे लोगों को 18 प्रतिशत तक की बचत होगी। इसे जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर सरकार की संवेदनशील पहल माना जा रहा है।

व्यापारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे तेल, साबुन, शैंपू और दवाओं के नए दाम दुकानों के बाहर प्रदर्शित करें। इसका मक़सद यह है कि हर ग्राहक को नई कीमतों का पूरा लाभ बिना किसी परेशानी के मिल सके।
प्रेस वार्ता के दौरान मंत्री ने राजनीतिक हालात पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि राजनीति में समय और परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिए जाते हैं। 2019 में हुए सपा-बसपा गठबंधन का उदाहरण देते हुए उन्होंने आज़म खान के बसपा में जाने की संभावना को भी स्वाभाविक बताया।
सरकार का मानना है कि इन सुधारों से आम लोगों की आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी और त्योहारों के मौसम में परिवारों को आर्थिक राहत का एहसास होगा। सच कहा जाए तो ये सुधार केवल आँकड़ों में नहीं, बल्कि लोगों के जीवन में सच्ची मुस्कान लाने वाले साबित होंगे।